केला, आलू, अनार जैसे उत्पादों से कृषि निर्यात बढ़ाने की तैयारी,कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए बनाई गई 20 उत्पादों की फोकस सूची
वाणिज्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाला कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात प्राधिकरण (एपीडा) चावल, गेहूं, प्याज जैसे उत्पादों की जगह केला, अनार, आलू, आम व अन्य फल-सब्जी से कृषि निर्यात में बढ़ोतरी की तैयारी कर रहा है। केले की वैश्विक बिक्री बढ़ाने के लिए पहली बार मुंबई में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन होने जा रहा है। अनार और आम को समुद्र के रास्ते निर्यात करने का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है।
एपीडा ने कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए आलू, अंगूर, केला, विभिन्न हरी सब्जी समेत 20 उत्पादों को फोकस सूची में शामिल किया है। एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि भारत केला का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। केले के 16 अरब डालर के निर्यात बाजार में भारत की हिस्सेदारी एक प्रतिशत है. जबकि केले के वैश्विक उत्पादन में 30 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है। अगले दो-तीन सालों में केले के निर्यात को एक अरब डालर करने का लक्ष्य रखा गया है। देव ने बताया कि कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए जैविक खेती के तरीके में भी पारदर्शिता लाई जा रही है। जल्द ही जैविक खेती करने वाले तमाम किसानों की सूची सार्वजनिक की जाएगी।
भारतीय अल्कोहल पेय पदार्थों का निर्यात बढ़ाने की काफी अधिक गुंजाइश है। ब्रिटेन और चीन के बाजार में अल्कोहल पेय पदार्थ भेजने की तैयारी चल रही है। दोनों ही देश भारतीय अल्कोहल पेय पदार्थ की खरीदारी को लेकर उत्सुक हैं।