अप्रैल-अगस्त में जुड़े 2.3 करोड़ नए निवेशक,म्यूचुअल फंड के 53% नए,निवेशक अब छोटे शहरों से

इस साल अप्रैल से अगस्त के बीच म्यूचुअल फंड्स में 2.3 करोड़ नए निवेशकों ने पैसे लगाए। इनमें 53% यानी 1.23 करोड़ छोटे शहरों से हैं। हालांकि, कुल एसेट में अभी भी छोटे शहरों की हिस्सेदारी 19% है। यानी इन क्षेत्रों के ज्यादा लोग निवेश में भाग ले रहे हैं, लेकिन बड़े शहरी केंद्रों की तुलना में इनके निवेश का औसत आकार कम है।
इन छोटे शहरों को म्यूचुअल फंड उद्योग के संगठन एम्फी ने बी-30 शहरों (टॉप-30 शहरों के अलावा) के रूप में वर्गीकृत किया है। अप्रैल से अगस्त के बीच छोटे शहरों से एसआईपी के जरिये इंडेक्स फंड्स में निवेश 18.7% बढ़ा। यइ इंडस्ट्री में किसी भी अन्य कैटेगरी की ग्रोथ से ज्यादा है।
कुल मिलाकर, छोटे शहरों के लगभग 79% एसआईपी खातों से ग्रोथ इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम्स में निवेश किया जा रहा है।
छोटे शहरों से नए निवेशक जुड़ने के प्रमुख कारण..
- एसआईपी खातों से निवेश
तक एसआईपी खातों के जरिये आने वाले निवेश में छोटे शहरों का योगदान 54% है। छोटे शहरों में एसआईपी खाते बढ़ना बताता है कि बड़े शहरों में एसआईपी खातों के जरिये निवेश करने वालों की संख्या कम है।
2 डीमैट अकाउंटः स्मार्टफोन एप्स, डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म, डिजिटल पेमेंट सिस्टम्स के चलते छोटे शहरों में 50% नए निवेशक डायरेक्ट प्लान्स से निवेश - कर रहे हैं। अप्रैल-अगस्त के बीच छोटे शहरों से 1.23 करोड़ नए निवेशक जुड़े। इसमें 64 लाख ने डायरेक्ट प्लान से निवेश किया है।