Pakistan News: पाकिस्तान सरकार अमरीका, इंगलैंड और कनाडा से आने वाले सिखों के लिए की बड़ी घोषणा, 30 मिनट में देगी मुफ्त ऑनलाइन वीजा
Pakistan News: पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने विदेश में रहने वाले सिखों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। गृह मंत्री की घोषणा के अनुसार, पाकिस्तान सरकार अमरीका, इंगलैंड और कनाडा से आने वाले सिखों को पाकिस्तान में उनके तीर्थ स्थलों की यात्रा के लिए 30 मिनट के भीतर मुफ्त ऑनलाइन वीजा देगी। फिलहाल भारत के सिखों के लिए इस वीजा सुविधा की घोषणा नहीं की गई है।
पीएसजीपीसी ने अपने सोशल मीडिया में इस बात की जानकारी दी है। पाकिस्तानी मंत्री की यह टिप्पणी तब आई जब उन्होंने गुरु वार (31 अक्तूबर) को लाहौर में सिख तीर्थ यात्रियों के 44 सदस्यीय विदेशी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। मंत्री ने कहा कि यह सुविधा इन देशों में रहने वाले भारतीय मूल के सिखों के लिए भी उपलब्ध है।
उन्होंने सिख तीर्थयात्रियों से पाकिस्तान आने का आग्रह करते हुए कहा, आप साल में 10 बार पाकिस्तान आ सकते हैं और हम हर बार आपका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे सऊदी अरब मुसलमानों के लिए पवित्त है, वैसे ही पाकिस्तान सिख समुदाय के
लिए पवित्र है। उन्होंने घोषणा की कि पाकिस्तान में कई सिख विरासत स्थलों को दर्शन के लिए खोला जाएगा। इस संबंध में किसी परमिट की आवश्यकता नहीं होगी। मंत्री नकवी ने युवा पीढ़ी को आकर्षित करने पर विशेष जोर देते हुए, पाकिस्तान जाने वाले सिख तीर्थयात्रियों
की संख्या सालाना 1 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करने की इच्छा व्यक्त की। सिख प्रतिनिधिमंडल ने नकवी को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। ऑनलाइन वीजा प्रसंस्करण की आसानी की सराहना करते हुए कहा की आपने हमारा दिल जीत लिया है।
पाकिस्तान के फैसले का नापा ने स्वागत किया
चंडीगढ़. अमरीका के एक प्रमुख पंजाबी संगठन के नेता ने पाकिस्तान सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (नापा) के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चाहल ने पाकिस्तान और भारत की सरकारों से सीमा पार व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए वाघा सीमा को दोबारा खोलने का आग्रह किया है। चाहल ने एक बयान में गृह मंत्री की टिप्पणियों का हवाला देते हुए इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे वीजा आवेदन प्रक्रिया आसान हो गई है। उन्होंने पाकिस्तान और भारत सरकार से सीमा पार व्यापार के लिए वाघा सीमा को फिर से खोलने का आग्रह करते हुए कहा कि यह आपसी आर्थिक विकास की दिशा में एक उचित कदम होगा।