गेहूं की कौन सी किस्म है सबसे बेस्ट दोमट मिट्टी में भी करें बिजाई।
कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर एन सी त्रिपाठी ने कहा है कि गेहूं की बिजाई के लिए नवंबर का पहला सप्ताह सबसे बेस्ट माना जाता है गेहूं की कई ऐसी किस्म है जो अच्छी पैदावार देती है अगर आप दोमट मिट्टी में गेहूं की बिजाई करना चाहते हैं तो पूसा मालवी एचडी 47-28 सबसे बेस्ट किस्म है।
गेहूं की इस किस्म के दाने मोटे और चमकदार होते हैं यह किस्म 125 दिनों में पकड़ तैयार हो जाती है गेहूं की यह किस्म संपत्ति और तन हेतुआ रोगों के प्रतिरोध होते हैं इस किस्म की प्रति एकड़ औसत 55 क्विंटल से लेकर 65 क्विंटल होती है यह किस्म सूजी आधारित उद्योग के लिए बेस्ट है।
कैसे करें बुवाई।
गेहूं की इस किस्म की बिजाई के समय 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान सही होता है वैसे तो इस किस्म की बिजाई सभी प्रकार की भूमि में की जाती है लेकिन बेहतर पैदावार के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त रहती है गेहूं की बुवाई के लिए नवंबर का महीना सबसे बेस्ट है गेहूं की बिजाई से पहले मिट्टी पलटने वाले पलाव से खेत की गहरी जुताई करें इसके पश्चात डिस्टिक हीरो या कल्टीवेटर से 2 से 3 बार जुताई करें खेत की मिट्टी को भुरभुरा व समतल बना ले खेत की पहली जुताई के समय 20 से 25 किलोग्राम यूरिया प्रति हेक्टर की दर से डालनी चाहिए ताकि हेरो से काटे गए दाने का फसल अवशेष जल्द ही सड़कर खाद में बदल जाए रोटावेटर की सहायता से एक जुताई में ही खेत पूरी तरह से तैयार हो जाता है किसान सीड ड्रिल से गेहूं की बिजाई कर सकते हैं।
इस किस्म की बिजाई करने के लिए सोच 125 किलोग्राम पड़ती हेक्टर बी का प्रयोग करें वही चिता विधि से गेहूं के बिजाई करने के लिए 125 से 150 किलोग्राम पड़ती हेक्टर बी का प्रयोग करें बी के साथ-साथ उम्र की मात्रा का भी खास ध्यान रखें गेहूं के बजाई करते समय विश्व शोध करना एक हम बात है 20 संशोधन करने से भूमि जनित और बीज जनित रोगों की रोकथाम की जा सकती है पौधों को फंगस की के रोग से बचाया जा सकता है 20 शोध के लिए किस दो से तीन ग्राम कैप्टन या थ्योरम अन्यथा 250 ग्राम बस स्टैंड से प्रति किलो बीज को संशोधित कर सकता है।
गेहूं में बी के साथ-साथ और रोकन का भी काफी भूमिका रहती है गेहूं की बिजाई करते समय शो क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद का प्रयोग अवश्य करें रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करने से पहले मिट्टी की जांच कर लिया अगर मिट्टी की जांच नहीं कर पाते हैं तो 60 किलोग्राम नाइट्रोजन 25 किलोग्राम फास्फोरस 25 किलोग्राम फोटोस 10 किलोग्राम जिंक और 10 किलोग्राम सल्फर का प्रयोग प्रति एकड़ के हिसाब से जरूर करें।