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गेहूं की इस वैरायटी का बीज किसानों को कर देगा माला माल, केवल रजिस्टर्ड किसानों को मिलेगा लाभ।

गेहूं की इस वैरायटी का बीज किसानों को कर देगा माला माल, केवल रजिस्टर्ड किसानों को मिलेगा लाभ।
 

धान की फसल के बाद अब किसान गेहूं की फसल की बिजाई करने में लगे हैं गेहूं की फसल के लिए मौसम अनुकूल है नवंबर महीने से लेकर 10 दिसंबर तक गेहूं की बुवाई का सही समय है प्रत्येक वर्ष किसान अपने खेत से गेहूं की बिजाई कर अधिक से अधिक पैदावार लेने की कोशिश करते हैं और अच्छे से अच्छा बीज लगाते हैं लेकिन इस वर्ष सहारनपुर के किसानों के लिए गेहूं की एक नई वेराइटी आई है।

हिसार यूनिवर्सिटी से रिलीज हुई गेहूं की यह नई वैरायटी WH 1270 का सर्टिफिकेट बीज कृषि विभाग किसानों को देने जा रहा है किसानों को कृषि विभाग द्वारा 11 स्टॉल पर 1,350 क्विंटल बीज सप्लाई किया जा चुका है जबकि 6,000 क्विंटल भेज देने का लक्ष्य बनाया गया है पोश मशीन के द्वारा बीज वित्तरित किया जा रहा है यह बीज केवल पंजीकृत किसानों को ही दिया जाएगा।


गेहूं की कई नई वैरायटी।

उप कृषि निदेशक डॉक्टर राकेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा है कि किसानों के लिए गेहूं की नई वैरायटी आई है जो 90 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार देती है इसमें IRI न्यू दिल्ली से एचडी सीरीज की 3385 और 3386 तथा भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान करनाल से DBW 371, 372 और 327 वैरायटी शामिल है इसके अतिरिक्त पिछले DBW 222  DBW 303 और DBW 187 अच्छी वैरायटी है।


इस साल हिसार यूनिवर्सिटी से एक नई वैरायटी 1270 लांच हुई है जिसका पोटेंशियल भी 90 क्विंटल प्रति एकड़ बताया गया है डॉक्टर राकेश कुमार ने कहा है कि इस बार सहारनपुर के किसानों को इस वैरायटी का सर्टिफिकेट देने का निर्णय है उम्मीद है कि किसान उसे पसंद करेंगे नई वैरायटी का 1350 क्विंटल बीज 11 स्टोर पर सप्लाई किया गया है और जैसे-जैसे किसानों की डिमांड बढ़ेगी वैसे-वैसे बीज किसानों तक पहुंचाए जाएंगे।


कितना है टारगेट

उन्होंने बताया है कि हमारा लक्ष्य लगभग 6,000 क्विंटल बीज किसानों को देने का है सभी वैरायटी को नवंबर के पहले सप्ताह से दिसंबर के पहले सप्ताह तक देने की सलाह दी गई है कृषि विभाग के सभी स्टोर पर बीज पोश मशीन के माध्यम से वितरित किया गया है पंजीकृत किसान अपना अंगूठा लगाकर बीज ले सकते हैं और डीपीटी प्रक्रिया को खत्म करते हुए मौके पर ही छूट के साथ बीज दिया जाता है।