रेलवे की नई हेल्थकेयर नीति तत्काल प्रभाव से लागू,रेलवे 100 रुपए में देगा यूनिक कार्ड, 27 लाख कर्मियों-पेंशनर्स को फ्री इलाज
रेलवे बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, ट्रांसफॉर्मेशन प्रणव कुमार मलिक ने सोमवार को यह आदेश जारी किया। आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। दरअसल इस संबंध में रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड को सुझाव दिए गए थे। इस पर विचार के बाद बोर्ड ने फैसला लिया है। रेफरल को लेकर कर्मचारियों और पेंशनर्स से रेलवे को लगातार शिकायतें मिल रही थीं। डॉक्टर अपने चहेते अस्पतालों के नाम पर रेफरल जारी करते थे। नई व्यवस्था से इस पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी।
क्यूआर से काम करेगा... डिजीलॉकर में रखा जाएगा, रेफरल की जरूरत ही नहीं
रेलवे के सेवारत कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके आश्रितों को हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) के जरिए उनके आग्रह करने पर कार्ड मुहैया करवाया जाएगा।
* इसे कर्मचारी-पेंशनर के डिजीलॉकर में रखा जाएगा। एचएमआईएस एप पर संबंधित कर्मचारी-पेंशनर की प्रोफाइल पर भी कार्ड उपलब्ध होगा।
* इस कार्ड के जरिए वे रेलवे के पैनल में शामिल किसी भी हेल्थ केयर ऑर्गेनाइजेशन में इलाज करा सकेंगे। इसके लिए रेफरल की भी जरूरत नहीं होगी।
* रेलवे के सभी अस्पतालों, पैनल में शामिल निजी अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर में आपातकालीन या सामान्य उपचार के लिए इस कार्ड का उपयोग हो सकेगा।
कार्ड: नहीं होने पर यूएमआईडी नंबर से भी इलाज •
रेलवे द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि पेंशनभोगी या ■ उनके आश्रितों को यूएमआईडी कार्ड जारी न होने की स्थिति में = भी उपचार दवाओं से इनकार नहीं किया जाएगा। जब वे संबंधित अस्पतालों से संपर्क करेंगे, उनकी दी हुई जानकारी के आधार पर यूएमआईडी नंबर पहले ही बनाया दिया जाएगा, ताकि वे सुविधा - का लाभ उठा सकें। यूनिक कार्ड में बाकी जानकारी सत्यापित करने ■ के बाद एचएमआईएस डेटाबेस में भरी जाएगी।
- 25 एम्स, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, जेआईपीएमईआर पुद्दुचेरी, निमहंस बेंगलुरु की ओपीडी, आईपीडी में मुफ्त में इलाज होगा।