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बासमती और प्याज से न्यूनतम निर्यात मूल्य हटाया गया

बासमती और प्याज से न्यूनतम निर्यात मूल्य हटाया गया
 

सरकार ने बासमती चावल के लिए 950 डालर प्रति टन की न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) सीमा को हटा दिया है। पिछले साल अक्टूबर की शुरुआत में सरकार ने एमईपी को 1200 डालर प्रति टन से घटाकर 950 डालर प्रति टन कर दिया था। उस समय यह माना गया था कि ऊंची कीमतों के चलते निर्यात प्रभावित हो रहा है।

2022-23 में 4.8 अरब डालर मूल्य का बासमती चावल निर्यात किया गया था। उधर, सरकार ने प्याज के निर्यात के लिए पहले तय की गई न्यूनतम मूल्य सीमा (एमईपी) शुक्रवार को हटा दी। सरकार ने पहले न्यूनतम निर्यात मूल्य के तौर पर 550 डालर प्रति टन की सीमा तय की थी। यह कदम महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले उठाया गया है, जो प्याज का प्रमुख उत्पादक राज्य है।


सरकार का कहना है कि इस कदम से देश से निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही प्याज निर्यात करने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। लेकिन मामला कुछ और नजर आ रहा है। दरअसल, सरकार ने यह महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखकर लिया है। महाराष्ट्र में अभी विधानसभा चुनावों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यह जल्द हो सकती है। वहीं हरियाणा में अगले महीने चुनाव हैं। महाराष्ट्र देश का अग्रणी प्याज उत्पादक राज्य है। वहीं हरियाणा बासमती चावल के प्रमुख उत्पादक राज्यों में शामिल है।
प्याज और बासमती चावल से सीमाएं हटाईं


अभी तक प्याज पर MEP 550 डॉलर प्रति टन तय किया गया था। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक हटा दिया है। इसी प्रकार वाणिज्य विभाग ने बासमती चावल के निर्यात के लिए आरसीएसी करने की बात कही है। इसके लिए 950 डॉलर टन के मौजूदा MEP को हटाने का निर्णय लिया है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि इस कदम से निर्यात प्रोत्साहन और किसानों की आमदनी में मदद मिलेगी