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दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर अगले 3 दिन तक बंद रहेंगे भारी वाहन; जाने कारण 

 

Delhi-Lucknow Highway : ज्येष्ठ माह का गंगा दशहरा जून को देशभर में मनाया जाएगा इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इसलिए उत्तर प्रदेश के हापुड जिले के गढ़ मुक्तेश्वर क्षेत्र के ब्रजघाट में लाखों श्रद्धालु स्नान करने आएंगे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए हापुड जिला प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान बनाया है. दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर 15 जून दोपहर 12 बजे से 17 जून दोपहर 12 बजे तक भारी वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा.

ये है रूट डायवर्जन प्लान

दिल्ली से मुरादाबाद: दिल्ली और गाजियाबाद से मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से मसूरी, धौलाना, गुलावठी होते हुए बहजोई, डिबाई, चंदोसी होते हुए मुरादाबाद जाएंगे।

दिल्ली-गाजियाबाद से मुरादाबाद: भारी वाहन छिजारसी, धौलाना, गुलावठी, बुलंदशहर, नरौरा, बबराला बहजोई, डिबाई और चंदौसी जिले से होते हुए मुरादाबाद जाएंगे।

गजरौला से गाजियाबाद-दिल्ली: गजरौला चौपला से मंडी धनौरा, चांदपुर, हल्दौर, बिजनौर बैराज, मीरापुर, मवाना, मेरठ, मोदीनगर, गाजियाबाद होते हुए दिल्ली जाएगी।

स्याना से हापुड-मेरठ: स्याना से बीबीनगर, गुलावठी, हाफिजपुर, हापुड, ततारपुर बाईपास खरखौदा होते हुए।

-हापुड़ से मुरादाबाद : भारी वाहन सोना पेट्रोल पंप के सामने से गुलावठी, बुलंदशहर, नरौरा व बराला, बहजोई, डिबाई व चंदौसी होते हुए मुरादाबाद जाएंगे।

मेरठ से मुरादाबाद: मेरठ वाया मवाना रोड, मीरापुर बैराज, बिजनौर कोतवाली देहात नगीना धामपुर, कांठ, छजलैट।

मुरादाबाद में गाजियाबाद-दिल्ली: मुरादाबाद से छजलैट, नूरपुर, बिजनौर, बैराज, मीरापुर, मवाना, मेरठ, मोदीनगर होते हुए दिल्ली तक।

मुरादाबाद से दिल्ली-गाजियाबाद: वाहन अमरोहा से जोबा, नोगांव सादात, नूरपुर, हल्दौर, बिजनौर बैराज, मीरापुर, मवाना, मेरठ, मोदीनगर गाजियाबाद होते हुए दिल्ली जाएंगे।

लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे

ज्येष्ठ दशहरा मेले के दौरान दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से करीब दस लाख श्रद्धालुओं के ब्रजघाट पहुंचने की उम्मीद है। इस दिन लोग गंगा किनारे घाटों पर अपने बच्चों का मुंडन कराते हैं और पूजा करते हैं।

मेले का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हस्त नक्षत्र, व्यतिपात योग, आनंद योग और गर करण में भगवान शिव की जटाओं के साथ मां गंगा पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इसलिए इस दिन गंगा दशहरा मेला लगता है। मां गंगा की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर जल, भोजन, सौंदर्य प्रसाधन, चीनी, कपड़े, फल, सोना का उपहार बहुत शुभ होता है। हस्त नक्षत्र में पूजा-पाठ और शुभ कार्य सफल माने जाते हैं।