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प्रॉपर्टी आईडी ठीक करने के लिए फील्ड में उतारे 13 कर्मी 100 फीसदी प्रॉपर्टी आईडी सत्यापन करने का रखा लक्ष्य

प्रॉपर्टी आईडी ठीक करने के लिए फील्ड में उतारे 13 कर्मी 100 फीसदी प्रॉपर्टी आईडी सत्यापन करने का रखा लक्ष्य
 

नगर परिषद की प्रॉपर्टी शाखा सहित अन्य ब्रांचों के 13 कर्मचारियों को प्रॉपर्टी आईडी में त्रुटियां ठीक करने के लिए बुधवार को फील्ड में उतारा गया है। इस दौरान प्रॉपर्टी आईडी के सत्यापन के लिए डोर-टू-डोर कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों को प्रतिदिन 100 आईडी दुरुस्त करने का लक्ष्य दिया गया है।

प्रॉपर्टी आईडी में प्रॉपर्टी धारकों का नाम, पता, एरिया, मोबाइल नंबर, टैक्स की गलतियां को ठीक करवाने के लिए लोग नगर परिषद में चक्कर काटने को मजबूर थे। ऐसे में नगर परिषद प्रशासन ने फैसला लेते हुए कर्मचारियों को घर द्वार पर ही इन्हें ठीक करने के लिए भेजा। बता दें कि नगर परिषद की ओर शहरी क्षेत्र में 96 हजार प्रापर्टी धारक है।

इससे पूर्व में याशी कंपनी ने शहर में प्रॉपर्टी आईडी बनाने के लिए सर्वे किया था, जिसके बाद असेसमेंट नोटिस बाटे गए। जिसमें अधिकतर लोगों की प्रॉपर्टी में नाम, पता, मोबाइल नंबर, एरिया को गलत दर्शा दिया। जिसका खामियाजा आज तक लोग भुगत रहे हैं। ऐसे में नगर परिषद के कर्मचारी अब डोर-टू-डोर प्रॉपर्टी आईडी ठीक करवाने में जुटे हैं।

जिनकी प्रॉपर्टी आईडी में गलतियां हैं उन्हें दूर किया जा रहा है। बुधवार को पहले दिन कर्मचारियों ने करीब 125 घरों में पहुंचे। प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करने के लिए कर्मचारियों ने मकान मालिकों से डॉक्यूमेंट्स मांग तो लोगों ने देने से मना कर दिया। इसके अलावा प्रॉपर्टी आईडी स्वयं सत्यापित के लिए लोग कर्मचारियों को ओटीपी भी नहीं दे रहे। जिस वजह से प्रॉपर्टी आईडी सत्यापन में भी कर्मचारियों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।

मकान में कोई नहीं होने का हवाला देकर लौटा रहे

नगर परिषद कर्मचारियों ने बताया कि प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करने के लिए वे वाडों में पहुंचे। लेकिन जिनकी प्रॉपर्टी आईडी में दिक्कतें हैं, उन्हें ठीक करने के लिए डॉक्यूमेंट्स मांगे जाते हैं तो वे बाहर नौकर भेजकर मकान में कोई नहीं होने का हवाला देकर वापिस लौटा रहे हैं। इसके अलावा घरों की डोर बेल बजाने पर भी कोई भी बाहर नहीं निकलता। जिस कारण प्रॉपर्टी आईडी में त्रुटियां ठीक करने में उन्हें परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।