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IAS Divya Tanwar: 21 साल की IPS और 22 साल की IAS ये महिला अफसर यूपीएससी अभ्यर्थियों के लिए हैं प्रेरणा

IAS Success Story: दिव्या के लिए कोचिंग का खर्च वहन नहीं किया जा सकता था, लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत की और टेस्ट सीरीज़ सहित विभिन्न ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग किया।
 

IAS Divya Tanwar Success Story: यूपीएससी सीएसई को भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल, हजारों उम्मीदवार परीक्षा देते हैं, लेकिन कुछ ही उत्तीर्ण होते हैं। यह परीक्षा उन लोगों के लिए एक सपने के सच होने जैसा है जो देश की सेवा करना चाहते हैं और लोगों का सम्मान कमाना चाहते हैं। अधिकांश उम्मीदवार कोचिंग कक्षाओं की मदद से तैयारी करते हैं, लेकिन वास्तविक सफलता कड़ी मेहनत, समर्पण और सही रणनीति से मिलती है।

इस कठिन परीक्षा में हर कोई सफल नहीं हो सकता, इसलिए जो छात्र वास्तव में सफल होना चाहते हैं उन्हें प्रेरणा की आवश्यकता होती है। जिन लोगों ने अधिकारी बनने का सपना पूरा किया है उनकी सफलता की कहानियों से अधिक प्रेरक क्या हो सकता है? ये कहानियाँ हमें बताती हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

यह दृढ़ता की एक प्रेरक कहानी है। महेंद्रगढ़, हरियाणा की दिव्या तंवर उन उम्मीदवारों के लिए आदर्श हैं जो जीवन में परिश्रम और सही रणनीति को महत्व देते हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूलों में प्राप्त की। इसके बाद दिव्या का चयन महेंद्रगढ़ के नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए हो गया। 

गरीबी से भारत की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी तक दिव्या का सफर वाकई अद्भुत है। यह कहानी बताती है कि आप सरकारी स्कूल में पढ़कर भी कुछ भी हासिल कर सकते हैं, बस जरूरत है दृढ़ संकल्प और जुनून की। दिव्या की सफलता यूपीएससी की तैयारी कर रहे कई छात्रों को प्रेरणा देती है।

दिव्या के लिए कोचिंग का खर्च वहन नहीं किया जा सकता था, लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत की और टेस्ट सीरीज़ सहित विभिन्न ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग किया। उनकी मेहनत 2021 में रंग लाई, जब उन्होंने पहले प्रयास में सबसे कठिन यूपीएससी परीक्षा पास की और 438वीं रैंक हासिल की। 

21 साल की उम्र में वह भारत की सबसे कम उम्र की आईपीएस अधिकारी बन गईं, लेकिन दिव्या की महत्वाकांक्षा यहीं नहीं रुकी। 22 साल की उम्र में, वह 2022 में फिर से यूपीएससी सीएसई के लिए बैठे और 105वीं रैंक हासिल की। आख़िरकार उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें बिना किसी कोचिंग के आईएएस बना दिया।

यूपीएससी परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसे पास करके लोग देश सेवा का सपना पूरा करने के लिए आईएएस, आईपीएस, आईएफएस जैसे पदों पर पहुंचते हैं।