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कली राम डीएवी स्कूल सफीदों में   'वैदिक नव चेतना  ' विषय पर एक आभासी कार्यक्रम का किया गया आयोजन 

कली राम डीएवी स्कूल सफीदों में   'वैदिक नव चेतना  ' विषय पर एक आभासी कार्यक्रम का किया गया आयोजन 
 

कली राम डीएवी स्कूल सफीदों में   'वैदिक नव चेतना  ' विषय पर एक आभासी कार्यक्रम का आर्य युवा समाज के तत्वावधान में आयोजन किया गया । प्राचार्या श्रीमती पूनम सिंह ने बताया कि इस आभासी कार्यक्रम का उद्देश्य  स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरक यात्रा सत्य, सुधार और स्वराज के माध्यम से समाज को वैदिक चेतना से जोडे।


 कार्यक्रम अध्यक्ष श्री योगी सूरी जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, आर्य युवा समाज, नई दिल्ली) ने कहा कि आज स्वामी दयानंद के चिंतन की गहन आवश्यकता है ।उनके द्वारा दिखाया वेदों का रास्ता ही सत्य है जो एक ईश्वर की सत्ता को स्वीकार करता है ईश्वर के नाम पर मतभेद छोड़कर हम सभी  'आर्य बने'(श्रेष्ठ)व समाज को आर्य बनाए । मुख्य अतिथि जस्टिस प्रीतम पाल जी (उपाध्यक्ष ,डीएवी प्रबंधन समिति ,नई दिल्ली) ने बच्चों को वैदिक संस्कारों का महत्व बताते हुए डीएवी के बच्चों का समाज व देश के प्रति दायित्व याद दिलाया।

विशिष्ट अतिथि श्री राधे श्याम शर्मा जी ( पूर्व कुलपति, चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा, गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय हिसार) ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक भारत के महान चिंतक स्वराज्य का प्रथम नारा देने वाले 'महर्षि दयानंद सरस्वती' का योगदान अतुलनीय है । पूरे भारत को असत्य व अज्ञान के अंधकार से निकलकर वेदों से जोड़ा और सत्यार्थ प्रकाश लिखकर वेदों का ज्ञान जन-जन तक पहुंचाया। 


कार्यक्रम संयोजक डॉ विवेक कोहली( सोहनलाल डीएवी कॉलेज अंबाला, प्रिंसिपल) के प्रयासों व दिशानिर्देश से कार्यक्रम सफल रहा। ऋतु दिलबागी (विद्यालय क्षेत्रीय अधिकारी), सभी अध्यापक, अभिभावक गण  व बच्चे इस आभासी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। सर्वप्रथम गायत्री मंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।  

संगीत अध्यापक श्री अनिल बर्मन ने सुंदर भजन प्रस्तुत कर सबको प्रभु चरणों से जोड़ा।  हिंदी अध्यापिका श्रीमती भावना मुदगिल ने स्वामी दयानंद जी की दिव्य गाथा पर प्रकाश डाला। संस्कृत अध्यापक श्री देवेंद्र शास्त्री ने कली राम डीएवी  स्कूल की उपलब्धियों व गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारे बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ वैदिक संस्कारों से जुड़कर हवन यज्ञ कर रहे हैं तो वहीं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में पदक जीतकर सफीदों का नाम रोशन कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में बच्चों ने वैदिक प्रश्नोत्तरी में भाग लिया, जिसमें स्वामी दयानंद, सत्यार्थ प्रकाश व वेदों से संबंधित प्रश्नों का जवाब देकर समाज को 'वेदों की ओर लौटो' का संदेश दिया। इस कार्यक्रम में अभिभावक श्री संजीव पुंडीर व  श्री मनोज कुमार ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि आज आधुनिकता के साथ-साथ वैदिक संस्कृति की अत्यंत आवश्यकता है वेदों पर आधारित ज्ञान सत्य है ।अभिभावकों ने कार्यक्रम की भूरि -भूरि प्रशंसा की और समाज को वैदिक चेतना से जोड़ने वाले कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी।