हरियाणा रोडवेज उड़नदस्ता की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान, 5 टीमों के 11 सदस्यों को शोकॉज नोटिस

रोडवेज बसों में बिना टिकट सफर करना अब महंगा पड़ेगा। डिपो जीएम ने बसों में संघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कितनी बसों की चेकिंग की, कितने यात्री बिना टिकट मिले, रिसिप्ट बुक की चेकिंग सहित पूरा विवरण मुख्यालय को भेजा जाएगा। क्योंकि मासिक रिपोर्ट में उड़नदस्ता टीमों की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लगे हैं। मासिक परफॉर्मेंस रिपोर्ट डाउन देख डिपो जीएम ने न केवल उड़नदस्ता टीम नेतृत्व को फटकार लगाई है बल्कि 11 इंस्पेक्टरों को शोकॉज नोटिस जारी किए हैं। जिसमें फतेहाबाद के मुकाबले सिरसा डिपो उड़नदस्ता टीमों के कामकाज को संतोषजनक न होना बताया है।
बसों में सफाई, साइन बोर्ड व सीटों का निरीक्षण करेंगी उड़नदस्ता टीमें
परिवहन मुख्यालय के पास बसों में साफ-सफाई न रहने, रूटों पर बसों की चेकिंग नहीं किए जाने, कुछ बसों में चालक-परिचालक की ओर से अभद्रतापूर्ण व्यवहार जैसे मामले पहुंच रहे थे। जिसके मध्यनजर जीएम ने एसएस को भी बसों की चेकिंग के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं टीमें अलग-अलग रूटों पर बसों को रुकवाकर इनमें परिचालकों की चेकिंग के साथ यात्रियों की टिकट भी चेक करेगी। बसों में सफाई, साइन बोर्ड व सीटें ठीक हालत में हैं या नहीं बारे निरीक्षण किया जाएगा। वहीं यात्रियों से भी परिचालक और रोडवेज बस सुविधा को लेकर फीडबैक लिया जाएगा।
एक माह में टीमों ने जांची केवल 1216 बसें
रोडवेज विभाग के पास 198 बसें ऑनरोड हैं। जिनमें समय-समय पर चेकिंग करने को 5 उड़नदस्ता टीमों में 11 इंस्पेक्टर तैनात हैं। संबंधित टीमों में 37 इंस्पेक्टर शामिल रहते हैं। ये टीमें बसों को रोककर औचक निरीक्षण करती है। जनवरी में केवल 1216 बसें चेक की। जिनमें 961 सिरसा और 255 अन्य डिपो की बसें थी। इन बसों में 251 यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा, जिनसे 90 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। इतना ही नहीं 400 रुपये गबन के साथ 4 परिचालक दबोचे थे। लेकिन डिपो जीएम ने उपरोक्त परफोर्मेस को बेहद पुअर बताते हुए इंस्पेक्टरों को नोटिस जारी किए हैं।
उड़नदस्ता टीमें बसों का औचक निरीक्षण कर सवारियों की टिकटें जांचती हैं। लेकिन मासिक परफोर्मेंस बेहद पुअर है, इसलिए सभी 5 उड़नदस्ता में शामिल 11 इंस्पेक्टरों को शोकॉज नोटिस जारी किए हैं। बसों में साफ- सफाई, यात्रियों के साथ चालक-परिचालक के व्यवहार पर नजर रखी जाएगी। हर माह पूरी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी जाएगी।" अजय दलाल, जीएम रोडवेज डिपो सिरसा।