उचाना कलां में होने वाले महायज्ञ की तैयारी जोरों पर 6 सितंबर से होगा 51 कुंडीय महायज्ञ
उचाना कलां के प्राचीन शिव मंदिर परिसर में 6 सितंबर से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय विशाल 51 कुंडीय महायज्ञ एवं दिव्य महा-आरती को लेकर तैयारी जोरों पर है। तीन दिनों तक एक साथ 51 हवन कुंडों में हवन होगा। हवन कुंड बनाने काम जोरों पर पसिर में चल रहा है। त्रिपुरा पीठाधीश्वर चक्रवर्ती यज्ञ सम्राट श्रीश्री 1008 श्री हरिओम महाराज सान्निध्य में यज्ञ होगा। यज्ञ को लेकर शहर के साथ-साथ गांवों में निमंत्रण दिया गया है। महायज्ञ के शुभारंभ से पहले विशाल क्लश यात्रा भी उचाना में निकाली जाएगी।
जेपी कौशिक ने बताया कि इस तरह का आयोजन पूरे जींद की धरती पर पहली बार हो रहा है। उचाना क्षेत्र की सुख, शांति एवं उन्नती, जन कल्याण को लेकर महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। हर रोज सुबह 9 बजे से 11, शाम 3 बजे से 5 बजे तक महायज्ञ होगा। प्रतिदिन शाम 6 बजे दिव्य महा-आरती होगी। क्षेत्र के लोग पहली बार जींद की धरती पर होने वाले महायज्ञ के आयोजन में हिस्सा लेते हुए धर्म लाभ ले। इस तरह का आयोजन उचाना क्षेत्र में होना क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।