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हरियाणा में स्कूली छात्राओं को हिजाब पहनाने पर हंगामा, हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

हरियाणा में स्कूली छात्राओं को हिजाब पहनाने पर हंगामा, हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
 

हरियाणा के सोनीपत जिले में स्कूल में छात्राओं को बुर्का ड्रेस पहनाने पर बवाल हुआ है. यहां पर हिंदू संगठन और ग्रामीणों ने बवाल काटा है. यहां पर अब कई थानों की पुलिस पहुंची है. फिलहाल, अब तक किसी अनहोनी की सूचना नहीं है.

जानकारी के अनुसार, सोनीपत के गांव बडोली में ग्रामीणों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है. सरकारी स्कूल में ईद के त्योहार पर छात्राओ को बुर्का ड्रेस पहनाने वाले फोटो वायरल होने के बाद ग्रामीणों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में जमकर बवाल  किया है. स्कूल में हंगामे की खबर मिलने के बाद सोनीपत की कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है.
ईद के उपलक्ष्य में कार्यक्रम करवाया

ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार 11 सितंबर को गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षकों ने ईद के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम करवाया। इस कार्यक्रम में छात्राओं ने एक नाटक की प्रस्तुति दी, जिसमें छात्राओं को हिजाब पहनाए गए। स्कूल में कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।

हालांकि, बवाल तब हुआ जब गुरुवार को इस कार्यक्रम के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इनमें आरोप लगाया गया कि स्कूल में बच्चों को मुस्लिम धर्म का पाठ पढ़ाया जा रहा है। इन फोटोज के वायरल होने के बाद हिंदू संगठन सक्रिय हुए।
प्रिंसिपल ने ऐसे कार्यक्रम न कराने का आश्वासन दिया वहीं, लोगों के बीच पहुंचीं स्कूल की प्रिंसिपल प्रवीण गुलिया ने भी ग्रामीणों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं से बात की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के आदेश पर स्कूल में सर्व धर्म के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ईद के उपलक्ष्य में भी कार्यक्रम हुआ था।

इसके बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वे लगातार छात्राओं को हिजाब पहनाने पर रोष जता रहे थे। बाद में विवाद बढ़ता देख स्कूल प्रिंसिपल ने माफी मांगी और भरोसा दिलाया कि आगे से हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे कार्यक्रम स्कूल में नहीं होंगे। इसके बाद लोग शांत हुए।

DEO बोले- ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाएंगे

वहीं, इस मामले में सोनीपत के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) जितेंद्र कुमार ने कहा है कि स्कूल में ग्रामीणों के हंगामे की सूचना मिली है। हम पूरी रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल के कार्यक्रम में किसी धर्म को ठेस पहुंचाने का कोई मकसद नहीं था। उन्होंने कहा कि आगे से इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जाएगी।